Garuda Construction
Garuda Construction की शुरुआत 2010 में मुंबई में हुई थी। यह कंपनी सिविल कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम करती है। Garuda के पास 6 रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट्स, 2 कमर्शियल प्रोजेक्ट्स और 1 इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट का अनुभव है। इसके अलावा, कंपनी कई इंफ्रा प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रही है। Garuda की ऑर्डर बुक में ₹1400 करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स हैं।
दोस्तों आगे आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देखने को मिलने वाल है। इसलिए इस लेख को पूरा पढे। और अगर आपको ऐसी ही मार्केट से रिलेटेड जानकारी हर दिन चाहिए तो हमरे टेलग्रैम और व्हाट्सप्प ग्रुप जॉइन करे। जिसपे आपको डेली अपडेट मिलती रहेगी।
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Garuda Construction IPO
Garuda का IPO कल खुलने वाला है और 10 तारीख को बंद होगा। Price Band ₹92 से ₹95 के बीच है, और आप 157 शेयर्स के एक लॉट में अप्लाई कर सकते हैं। हर लॉट की एप्लीकेशन अमाउंट ₹915 होगी।
कंपनी के IPO के माध्यम से ₹90 करोड़ का Offer for Sale है और ₹175 करोड़ का Fresh Issue है, जिससे टोटल इश्यू ₹264 करोड़ का बनता है। इस IPO के ऊपरी बैंड पर कंपनी का मार्केट कैप ₹884 करोड़ होगा।
Company Leadership
Garuda Construction के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीण अग्रवाल 2010 से कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं। उनके पास कंस्ट्रक्शन और डेवलपमेंट के साथ-साथ हॉस्पिटल और मैनेजमेंट सर्विसेस सेक्टर में 20 साल से ज्यादा का अनुभव है। कंपनी की इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी और ओवरऑल मैनेजमेंट की जिम्मेदारी उन्हीं के पास है।
Garuda Construction and Engineering IPO
Garuda Construction EPC यानी Engineering, Procurement, and Construction के एक niche सेगमेंट में काम करती है। कंपनी बहुत स्पेशलाइज्ड प्रोजेक्ट्स पर ध्यान देती है, खासकर बड़े स्ट्रक्चर्स जैसे कि कन्वेंशन सेंटर्स और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स।
Garuda Roads या अन्य इंफ्रा प्रोजेक्ट्स में नहीं काम करती, बल्कि बड़े कॉम्प्लेक्स के इंटरनल रोड्स और स्ट्रक्चरल डेवलपमेंट पर फोकस करती है। कंपनी का मानना है कि इस सेगमेंट में बहुत कम प्लेयर्स हैं और Garuda की टाइमली डिलीवरी इसका प्रमुख स्ट्रेंथ है। कंपनी ने अपने सभी प्रोजेक्ट्स समय से पहले कंप्लीट किए हैं।
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Recent Projects
हाल ही में Garuda ने दिल्ली का पुलिस हेडक्वार्टर्स प्रोजेक्ट (10 लाख स्क्वायर फीट) पूरा किया है। इसके अलावा, कंपनी गोरखपुर में एक बड़ा कन्वेंशन सेंटर बना रही है, जो सरकार की एफएसआई (Floor Space Index) के बदले में मिल रहा है। ये सभी प्रोजेक्ट्स बहुत स्पेशलाइज्ड हैं और टाइम-बाउंड हैं, जिससे सरकार की स्पेसिफिक रिक्वायरमेंट्स को पूरा किया जा सके।
Government and Private Projects
Garuda सिर्फ सरकारी प्रोजेक्ट्स ही नहीं करती, बल्कि प्राइवेट डेवलपर्स के साथ भी काम करती है। कंपनी की ऑर्डर बुक में 6 प्राइवेट प्रोजेक्ट्स हैं। Garuda का एक खास मॉडल है जिसमें कंपनी फाइनेंसिंग भी प्रोवाइड करती है और प्रोजेक्ट्स की डेवलपमेंट भी।
Financial Strategy
Garuda एक debt-free कंपनी है, जिसने कभी कोई वर्किंग कैपिटल या एक्सटर्नल फंडिंग नहीं ली। कंपनी के नेट कैश फ्लो पोजिटिव हैं, और इसके मार्जिन्स इंडस्ट्री के मुकाबले काफी अच्छे हैं, जो 32-35% के आसपास हैं। कंपनी का फोकस टॉप लाइन ग्रोथ पर नहीं है, बल्कि बॉटम लाइन को मजबूत करने पर है।
Order Book and Growth Potential
Garuda की ऑर्डर बुक फिलहाल ₹1400 करोड़ की है, और 2022 में कंपनी की बिड कैपेसिटी काफी बढ़ गई है। अब कंपनी सिंगल बिड में ₹400-500 करोड़ तक के प्रोजेक्ट्स करने की क्षमता रखती है।
Garuda के पास ऐसे सेगमेंट्स में काम करने का मौका है जहाँ बहुत कम प्लेयर्स हैं, खासकर स्पेशलाइज्ड स्ट्रक्चर्स में। कंपनी का मानना है कि उसकी ग्रोथ संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं क्योंकि आज की तारीख में इंडिया में स्पेशलाइज्ड प्रोजेक्ट्स की डिमांड बढ़ रही है।
Use of IPO Funds
कंपनी IPO से मिलने वाले ₹175 करोड़ का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल के लिए करेगी। Garuda का मानना है कि कंपनी का ग्रोथ साइकिल 120-180 दिन का है, और वर्किंग कैपिटल बढ़ने से यह साइकिल और भी बेहतर होगा।
Garuda का फोकस बड़े टिकट साइज के प्रोजेक्ट्स पर रहेगा, लेकिन कंपनी प्रोजेक्ट्स की संख्या बढ़ाने के बजाय क्वालिटी और मार्जिन्स पर ध्यान देगी।
EPC और स्ट्रक्चर्स पर फोकस
Garuda की स्ट्रेटेजी EPC और स्ट्रक्चर्स पर ही फोकस करने की है। कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि वह इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में नहीं जाएगी, बल्कि स्पेशलाइज्ड स्ट्रक्चर्स जैसे कि कन्वेंशन सेंटर्स और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पर ही काम करेगी।
Growth Expectations
Garuda की पिछले तीन सालों की ग्रोथ इम्प्रेसिव रही है। 2022 में कंपनी का रेवेन्यू ₹77 करोड़ था, जो अब बढ़कर ₹155-160 करोड़ हो गया है। कंपनी के मैनेजमेंट का मानना है कि यह ग्रोथ ट्रेंड मेंटेन रहेगा और आगे आने वाले समय में और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
Conclusion:
Garuda Construction अपने niche EPC सेगमेंट में एक प्रमुख खिलाड़ी है, और कंपनी की स्ट्रेटेजी क्वालिटी और टाइमली डिलीवरी पर फोकस करने की है। IPO से मिलने वाले फंड्स का इस्तेमाल कंपनी की वर्किंग कैपिटल बढ़ाने और ग्रोथ को सपोर्ट करने में किया जाएगा। Garuda की ग्रोथ संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं, खासकर भारत में स्पेशलाइज्ड प्रोजेक्ट्स की बढ़ती डिमांड को देखते हुए।
आपके लिए सलाह :
Garuda Construction यह लेख बस इनफार्मेशन पर्पस के लिए है। इसलिए अगर आप किसी भी तरह का निवेश करना चाहते हो तो कृपया खुद एक्स्पर्ट्स से सलाह ले। क्यों की अगर आपको किसी तरह का नुकसान या फायदा होता है तो उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं है। और ऐसी ही काम की जानकारी ऐन वक्त पे देखेने के लिए https://investmystery.com/ को विज़िट किया करो।
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FAQ:
Garuda Construction क्या है और यह कंपनी किस क्षेत्र में काम करती है?
Garuda Construction एक सिविल कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग कंपनी है। कंपनी मुख्य रूप से EPC (Engineering, Procurement, and Construction) के niche सेगमेंट में काम करती है और बड़े स्ट्रक्चर्स जैसे कन्वेंशन सेंटर्स, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, और कमर्शियल बिल्डिंग्स पर ध्यान देती है।
Garuda Construction का IPO कब खुलेगा और इसकी प्राइस बैंड क्या है?
Garuda Construction का IPO कल खुलेगा और 10 तारीख को बंद होगा। इसका प्राइस बैंड ₹92 से ₹95 के बीच है। आप 157 शेयर्स के लॉट में अप्लाई कर सकते हैं, जिसमें ₹915 प्रति लॉट की एप्लीकेशन अमाउंट होगी।
IPO से कंपनी कितना पैसा जुटाने की योजना बना रही है?
कंपनी का IPO ₹264 करोड़ का है, जिसमें ₹90 करोड़ का Offer for Sale और ₹175 करोड़ का Fresh Issue शामिल है।
Garuda Construction किन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है?
Garuda के पास 6 रेसिडेंशियल, 2 कमर्शियल, और 1 इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट हैं। इसके अलावा, कंपनी गोरखपुर में एक कन्वेंशन सेंटर और दिल्ली में पुलिस हेडक्वार्टर्स जैसे बड़े स्पेशलाइज्ड प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रही है।