GOLD ETF – गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करना भारत में हमेशा से एक पॉपुलर ऑप्शन रहा है। लेकिन जब इन्वेस्टमेंट की बात आती है, तो आपके पास चार मुख्य ऑप्शन्स होते हैं:
- Physical Gold
- Digital Gold
- Gold ETF (Exchange Traded Fund)
- Mutual Funds
इन चारों में से, GOLD ETF इन दिनों एक पॉपुलर और बेहतर इन्वेस्टमेंट चॉइस के रूप में उभर रहा है। आइए, इस आर्टिकल में समझते हैं कि क्यों यह एक शानदार ऑप्शन है।
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Problems with Physical Gold
फिजिकल गोल्ड खरीदना आसान है, लेकिन इसमें कई परेशानियां हैं:
- Making Charges: जब आप ज्वेलरी खरीदते हैं, तो मेकिंग चार्जेस देने पड़ते हैं।
- GST Charges: गोल्ड खरीदने पर 3% GST देना होता है।
- Storage Issues: गोल्ड को सुरक्षित रखने के लिए लॉकर चार्जेस लगते हैं।
- Emotional Attachment: गोल्ड को बेचना कई लोगों के लिए एक इमोशनल चैलेंज बन जाता है।
इसलिए, इन्वेस्टमेंट के नजरिए से Physical Gold एक अच्छा ऑप्शन नहीं है।
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Digital Gold: A Better Option
Digital Gold में कुछ फायदे हैं:
- स्टोरेज की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है।
- आपको लॉकर चार्जेस नहीं देने पड़ते।
- डिजिटल गोल्ड को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए खरीदा और बेचा जा सकता है।
लेकिन, डिजिटल गोल्ड के साथ भी कुछ चार्जेस होते हैं, जैसे कंपनी के सर्विस चार्ज और इंश्योरेंस।
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Why GOLD ETF is the Best Option?
GOLD ETF यानी Exchange Traded Fund एक स्मार्ट और एफिशिएंट तरीका है गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करने का। इसके फायदे इसे दूसरे ऑप्शन्स से बेहतर बनाते हैं:
1. Low Costs
- No Making Charges: इसमें मेकिंग चार्जेस नहीं लगते।
- Low Expense Ratio: ज्यादातर इस ETFs का एक्सपेंस रेशियो 0.5% से 0.65% के बीच होता है।
2. Easy to Buy and Sell
- इसे स्टॉक एक्सचेंज के जरिए खरीदा और बेचा जा सकता है।
- किसी भी वक्त इस ETF को लिक्विडेट करना आसान है।
3. No Storage Issues
- फिजिकल गोल्ड की तरह इसे स्टोर करने की जरूरत नहीं होती।
- लॉकर और हैंडलिंग चार्जेस की भी बचत होती है।
4. Transparent Pricing
- GOLD ETF की कीमतें गोल्ड के मार्केट रेट्स के अनुसार होती हैं।
- ट्रैकिंग एरर बेहद कम होता है।
Key Factors to Choose the Best GOLD ETF
जब आप इस ETF में इन्वेस्टमेंट करते हैं, तो कुछ जरूरी फैक्टर्स को ध्यान में रखना चाहिए:
1. Asset Under Management (AUM):
- बड़े एयूएम वाले फंड्स को प्रेफर करें।
- कम से कम ₹2000-3000 करोड़ का एयूएम एक अच्छा संकेत होता है।
2. Tracking Error:
- ऐसे फंड्स को चुनें जिनका ट्रैकिंग एरर कम हो।
- कम ट्रैकिंग एरर का मतलब है कि फंड की परफॉर्मेंस गोल्ड के प्राइस के ज्यादा करीब है।
3. Expense Ratio:
- हमेशा कम एक्सपेंस रेशियो वाले फंड्स को चुनें।
Best GOLD ETFs in India
इन क्राइटेरिया के आधार पर, कुछ बेस्ट GOLD ETFs हैं:
- ICICI Prudential Gold ETF
- Tracking Error: 0.63%
- AUM: ₹6000+ करोड़
- Expense Ratio: 0.55%
- Kotak Gold ETF
- Tracking Error: 0.65%
- AUM: ₹5000 करोड़
- Expense Ratio: 0.58%
- Nippon India Gold ETF
- Tracking Error: 0.67%
- AUM: ₹4500 करोड़
- Expense Ratio: 0.60%
Conclusion: Why You Should Choose GOLD ETF
GOLD ETF एक ऐसा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है जो आपको कम खर्च में ज्यादा फायदा देता है।
- फिजिकल गोल्ड की तरह इसमें स्टोरेज की दिक्कत नहीं।
- डिजिटल गोल्ड से सस्ता और ट्रांसपेरेंट।
- म्यूचुअल फंड्स से ज्यादा फ्लेक्सिबल।
अगर आप गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो इस ETF को प्रेफर करें। लेकिन इन्वेस्ट करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।
यह लेख बस इनफार्मेशन पर्पस के लिए है। इसलिए अगर आप किसी भी तरह का निवेश करना चाहते हो तो कृपया खुद एक्स्पर्ट्स से सलाह ले। क्यों की अगर आपको किसी तरह का नुकसान या फायदा होता है तो उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं है। और ऐसी ही काम की जानकारी ऐन वक्त पे देखेने के लिए https://investmystery.com/ को विज़िट किया करो।
FAQ
क्या GOLD ETF लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए सही है?
हां, लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए सही ऑप्शन है क्योंकि यह गोल्ड की कीमतों को ट्रैक करता है और कम खर्च के साथ ज्यादा लिक्विडिटी प्रदान करता है।
क्या GOLD ETF में रिस्क होता है?
सभी इन्वेस्टमेंट्स में थोड़ा बहुत रिस्क होता है, लेकिन इस ETF का रिस्क फिजिकल गोल्ड या डिजिटल गोल्ड से कम है क्योंकि इसमें स्टोरेज और मार्केट वैल्यू की पारदर्शिता रहती है।